Equity Kya Hota Hai? समझें आसान भाषा में – फायदे, प्रकार, और महत्व

Table of Contents

परिचय (Equity Kya Hota Hai?)

आज के समय में जब हम वित्तीय दुनिया की बात करते हैं, तो अक्सर “इक्विटी” शब्द सामने आता है। लेकिन सवाल उठता है – equity kya hota hai?
साधारण शब्दों में, इक्विटी का मतलब होता है किसी कंपनी या व्यवसाय में आपका मालिकाना हक। अगर आपने किसी कंपनी के शेयर खरीदे हैं, तो आपको उस कंपनी की एक निश्चित हिस्सेदारी (ownership) मिल जाती है, जिसे हम “इक्विटी” कहते हैं।

Equity का हिंदी मतलब है “हिस्सेदारी”। जैसे, अगर आप कोई बिज़नेस शुरू करते हैं और उसमें अपना पैसा लगाते हैं, तो आपकी उस बिज़नेस में Equity (हिस्सेदारी) होती है। यही नहीं, शेयर मार्केट में शेयर खरीदने का मतलब भी कंपनी में Equity लेना होता है।

उदाहरण: मान लीजिए, आपने ₹10 लाख की दुकान खोली। इसमें आपका ₹6 लाख लगा और दोस्त ने ₹4 लाख। यहाँ, आपकी Equity 60% और दोस्त की 40% होगी।


इक्विटी की मूल परिभाषा

1. मालिकाना हक (Ownership):

जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी के एक हिस्सेदार बन जाते हैं।

  • उदाहरण:
    अगर कंपनी का कुल शेयर कैपिटल 100 शेयर है और आपने 10 शेयर खरीद लिए हैं, तो आपकी कंपनी में 10% हिस्सेदारी है।

2. संपत्ति का हिस्सा (Net Assets):

एक और नजरिये से, इक्विटी को कंपनी की संपत्ति से उसके देनदारियों को घटाकर भी देखा जाता है।

  • समीकरण:
    इक्विटी = कुल संपत्ति – कुल देनदारियाँ
    इससे पता चलता है कि कंपनी के पास शुद्ध कितना पैसा या मूल्य है जो शेयरहोल्डर्स का है।
Equity Kya Hota Hai
Equity Kya Hota Hai

इक्विटी के प्रकार

Equity के प्रकार – जानिए 3 मुख्य प्रकार
Equity कई तरह की होती है। यहाँ 3 प्रमुख प्रकार बताए गए हैं:

  1. पर्सनल Equity (व्यक्तिगत हिस्सेदारी): जैसे, आपका घर। अगर घर की मार्केट वैल्यू ₹50 लाख है और आपने ₹30 लाख का लोन चुकाया है, तो आपकी Equity ₹20 लाख होगी।
  2. बिज़नेस Equity: किसी कंपनी में मालिकों/निवेशकों की हिस्सेदारी।
  3. स्टॉक मार्केट Equity: शेयर खरीदकर कंपनी के मालिकाना हक़ में शामिल होना।

स्टॉक मार्केट Equity के प्रकार

1. कॉमन इक्विटी (Common Equity):

यह सबसे आम प्रकार की इक्विटी होती है।

  • विशेषताएं:
    • वोटिंग अधिकार होते हैं।
    • कंपनी के लाभ में हिस्सा मिलता है (डिविडेंड)।
    • जोखिम भी अधिक होता है, क्योंकि लाभांश स्थायी नहीं होता।

2. प्रिफर्ड इक्विटी (Preferred Equity):

यह उन निवेशकों के लिए होती है जिन्हें कंपनी के लाभ में प्राथमिकता दी जाती है।

  • विशेषताएं:
    • सीमित या कोई वोटिंग अधिकार नहीं होते।
    • डिविडेंड पहले मिलता है, इसलिए यह कॉमन शेयरधारकों की तुलना में कम जोखिम भरा होता है।

यह भी जानें: ROE क्या होता है? 

Equity Kya Hota Hai
Equity Kya Hota Hai

इक्विटी निवेश (Equity Investing)

इक्विटी में निवेश क्यों करें?

  1. लंबी अवधि में रिटर्न:
    शेयर बाजार में निवेश करने वाले लोग अक्सर लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं ताकि कंपनी के विकास से फायदा उठा सकें।
  2. मालिकाना हक का अनुभव:
    जब आप किसी कंपनी में निवेश करते हैं, तो आपको उसकी वृद्धि और सफलता में भी भागीदारी मिलती है।
  3. डिविडेंड से आय:
    अगर कंपनी मुनाफा कमाती है, तो शेयरधारकों को डिविडेंड के रूप में लाभांश मिलता है।

जोखिम भी है:

  • शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य है।
  • अगर कंपनी का प्रदर्शन खराब होता है, तो शेयर का मूल्य गिर सकता है।

यह भी जानें: शेयर खरीदने के नियम


Equity vs Debt – क्या है अंतर?

  • Equity: इसमें आप मालिक बनते हैं। रिस्क ज़्यादा, पर रिटर्न भी ज़्यादा।
  • डेब्ट (कर्ज़): इसमें आप किसी को कर्ज़ देते हैं। रिस्क कम, पर रिटर्न तय (फिक्स्ड)।

इक्विटी और कंपनी का मूल्यांकन

बैलेंस शीट में इक्विटी का स्थान:

कंपनी के बैलेंस शीट में दो मुख्य भाग होते हैं – संपत्ति (Assets) और देनदारियाँ (Liabilities)
यहां से इक्विटी की गणना होती है:

  • इक्विटी = संपत्ति – देनदारियाँ

कंपनी का आर्थिक स्वास्थ्य:

इक्विटी कंपनी के आर्थिक स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक होता है।

  • अगर इक्विटी अधिक है, तो कंपनी के पास अपने ऋणों को चुकाने की क्षमता अधिक होती है।
  • कम इक्विटी का मतलब हो सकता है कि कंपनी पर वित्तीय दबाव है।

स्टॉक मार्केट में Equity – शुरुआती गाइड


शेयर बाज़ार में Equity खरीदना आसान है:

  1. डीमैट अकाउंट खोलें। अगर आप बेस्ट डीमैट अकॉउंट खोलना चाहते हैं तो बेस्ट डीमैट अकाउंट की सूची देखें।
  2. कंपनी रिसर्च करें (जैसे, TATA, Reliance)। अगर आप लार्ज कैप कंपनियों की लिस्ट चाहते हैं तो टॉप लार्ज कैप कंपनियों की लिस्ट देखें।
  3. शेयर खरीदें और Equity के मालिक बनें! अगर आप जानना चाहते हैं की शेयर कैसे खरीदें तो यह पढ़ें शेयर कैसे खरीदें।
    टिप: शुरुआत में Index Funds या SIP के ज़रिए Equity में निवेश करें।

यह भी जानें: डीमैट अकाउंट कैसे खोलें 2025 


Equity Kya Hota Hai – रोजमर्रा की भाषा में

हमने देखा कि equity kya hota hai?

  • यह सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि कंपनी में आपके हिस्से का प्रतीक है।
  • जब आप किसी कंपनी में निवेश करते हैं, तो आप उसके मालिक बन जाते हैं और उसकी सफलता या असफलता में आपकी हिस्सेदारी होती है।

साधारण उदाहरण:

मान लीजिए, आपकी दोस्त ने एक स्टार्टअप शुरू किया है। अगर आप उसमें 20% निवेश करते हैं, तो इसका मतलब है कि कंपनी की 20% इक्विटी आपके पास है।

  • अगर स्टार्टअप बढ़ता है और मुनाफा कमाता है, तो आपको भी उसी अनुसार लाभ होता है।
  • वहीं, अगर कंपनी घाटे में चली जाती है, तो आपको भी नुकसान का हिस्सा भुगतना पड़ सकता है।

यह भी जानें: म्यूचुअल फंड में कैसे निवेश करें?


इक्विटी में निवेश करते समय ध्यान देने योग्य बातें

  1. शोध (Research):
    किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसका पूरा अध्ययन करें। कंपनी की बैलेंस शीट, प्रबंधन और बाजार में उसकी स्थिति को समझें।
  2. जोखिम प्रबंधन:
    हमेशा ध्यान रखें कि शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आम बात है।
    अपने निवेश को विविध (diversify) करें ताकि किसी एक कंपनी के खराब प्रदर्शन का असर न पड़े।
  3. लंबी अवधि का दृष्टिकोण:
    इक्विटी में निवेश आमतौर पर लंबी अवधि के लिए किया जाता है। तुरंत लाभ की उम्मीद न करें, बल्कि समय के साथ बढ़ने की संभावना देखें।
  4. सलाह लें:
    अगर आप निवेश में नए हैं, तो किसी वित्तीय सलाहकार या विशेषज्ञ की मदद लेने से अच्छा निर्णय ले सकते हैं।

FAQ: Equity Kya Hota Hai?

इक्विटी क्या होती है?

इक्विटी का मतलब किसी कंपनी में मालिकाना हक से होता है। जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आप उसके हिस्सेदार बन जाते हैं।

इक्विटी कैसे काम करती है?

इक्विटी कंपनी की संपत्ति से उसकी देनदारियाँ घटाने के बाद बची हुई कुल संपत्ति को दर्शाती है। इसे शेयरधारकों के बीच विभाजित किया जाता है।

इक्विटी के प्रकार क्या-क्या होते हैं?

मुख्य रूप से दो प्रकार की इक्विटी होती है:
Common Equity: जिसमें वोटिंग अधिकार होते हैं, लेकिन डिविडेंड गारंटीड नहीं होता।
Preferred Equity: जिसमें डिविडेंड प्राथमिकता से मिलता है, लेकिन वोटिंग अधिकार कम होते हैं।

इक्विटी में निवेश के फायदे क्या हैं?

उच्च रिटर्न की संभावना
कंपनी की वृद्धि में हिस्सेदारी
डिविडेंड से नियमित आय

क्या इक्विटी में निवेश जोखिम भरा होता है?

हाँ, इक्विटी निवेश में बाज़ार की अस्थिरता (volatility) के कारण जोखिम होता है, लेकिन लंबी अवधि में यह अच्छा रिटर्न दे सकता है।

इक्विटी और शेयर में क्या अंतर है?

शेयर किसी कंपनी में आपकी हिस्सेदारी को दर्शाता है, जबकि इक्विटी कंपनी के कुल मूल्य का हिस्सा होती है, जिसमें सभी शेयरधारकों की हिस्सेदारी शामिल होती है।

इक्विटी कैसे खरीदी जाती है?

इक्विटी (शेयर) को स्टॉक एक्सचेंज (जैसे NSE, BSE) के जरिए ऑनलाइन ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म्स (Zerodha, Upstox, Groww) से खरीदा जा सकता है।

इक्विटी निवेश के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

कंपनी की बैलेंस शीट और फाइनेंशियल रिपोर्ट देखें।
लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करें।
जोखिम प्रबंधन के लिए विविधता (Diversification) बनाए रखें।

क्या इक्विटी में बिना पैसे लगाए निवेश किया जा सकता है?

नहीं, लेकिन आप वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करके सीख सकते हैं और डेमो ट्रेडिंग कर सकते हैं।

इक्विटी में निवेश करने का सही समय क्या है?

जब बाजार में गिरावट हो और अच्छी कंपनियों के शेयर सस्ते मिल रहे हों, तब निवेश करना फायदेमंद होता है। लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना हमेशा बेहतर होता है।


निष्कर्ष

तो, equity kya hota hai?
यह कंपनी में आपके हिस्से का प्रतीक है, जो आपके निवेश की सफलता और असफलता दोनों में भूमिका निभाता है। चाहे आप एक निवेशक हों या किसी कंपनी के मालिक, इक्विटी एक महत्वपूर्ण वित्तीय अवधारणा है।
सही जानकारी, अच्छी रणनीति और धैर्य के साथ, इक्विटी निवेश से आप अच्छे रिटर्न कमा सकते हैं।

आशा है कि यह आर्टिकल आपको इक्विटी की मूल बातें समझने में मदद करेगा। अगर आपके और भी सवाल हैं, तो नीचे कमेंट करके पूछें और इस आर्टिकल को शेयर करना न भूलें!

Leave a Comment