answer for: what is rsi, what is rsi indicator, rsi kya hota hai
RSI क्या होता है? (rsi kya hota hai)
अगर आप शेयर मार्केट में दिलचस्पी रखते हैं तो आपने RSI का नाम कई बार सुना होगा। अक्सर लोग कहते हैं कि “भाई RSI ओवरबॉट है”, “RSI डाउन है”, “अब खरीद लो”, वगैरह-वगैरह। लेकिन असल में ये RSI होता क्या है? (rsi kya hota hai)। चलिए आज हम RSI के बारे में एकदम आसान भाषा में समझते हैं, ताकि जब अगली बार RSI की बात हो, तो आप भी एक्सपर्ट जैसी बातें कर सको।
RSI का मतलब क्या होता है? (rsi kya hota hai)
RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) एक टेक्निकल एनालिसिस इंडिकेटर है जो किसी स्टॉक, कमोडिटी, या करेंसी की मूल्य गति (Price Momentum) को मापता है। इसे 1978 में वेल्स वाइल्डर ने विकसित किया था। RSI 0 से 100 के बीच ऊपर-नीचे होता है और यह बताता है कि कोई शेयर ओवरबॉट (खरीदारी ज्यादा) या ओवरसोल्ड (बिकवाली ज्यादा) क्षेत्र में है या नहीं।
इसे हम ऐसे समझ सकते हैं –
- जब किसी चीज की डिमांड बहुत ज्यादा हो जाती है तो उसका दाम बढ़ जाता है।
- और जब डिमांड कम हो जाती है या लोग उसे बेचने लगते हैं तो उसका दाम गिर जाता है।
RSI इसी डिमांड और सप्लाई का हिसाब लगाकर एक नंबर निकालता है, जो 0 से 100 के बीच होता है।
अब ये 0 से 100 तक के नंबर कैसे काम करते हैं, ये जानना बहुत जरूरी है –
RSI वैल्यू | मतलब क्या है? |
---|---|
70 से ऊपर | शेयर ओवरबॉट (महंगा हो गया) |
30 से नीचे | शेयर ओवरसोल्ड (सस्ता हो गया) |
30-70 के बीच | नॉर्मल स्थिति में है |
👉 आसान भाषा में:
- RSI 70 के ऊपर है, तो शेयर में ज्यादा खरीदारी हो चुकी है, अब प्रॉफिट बुकिंग हो सकती है।
- RSI 30 के नीचे है, तो ज्यादा बिकवाली हो चुकी है, अब खरीदने का मौका बन सकता है।
RSI का उपयोग कैसे करें?
- ओवरबॉट/ओवरसोल्ड सिग्नल:
- RSI > 70 → शेयर महंगा हो चुका है, बिकवाली का संकेत।
- RSI < 30 → शेयर सस्ता हो चुका है, खरीदारी का मौका।
- डाइवर्जेंस (Divergence):
- अगर शेयर की कीमत ऊपर जा रही है, लेकिन RSI नीचे → मार्केट में कमजोरी।
- अगर कीमत नीचे जा रही है, लेकिन RSI ऊपर → मार्केट में ताकत।
- सपोर्ट और रेजिस्टेंस:
RSI चार्ट पर भी सपोर्ट-रेजिस्टेंस लाइन बनाकर ट्रेंड का पता लगाया जा सकता है।
यह भी जाने: कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है?
RSI क्यों जरूरी है? (rsi kya hota hai)
RSI से हमें यह पता चलता है कि मार्केट में भीड़ किस ओर जा रही है।
सोचिए अगर RSI दिखा रहा है कि कोई शेयर ओवरबॉट है, तो हम सावधान हो जाते हैं कि अब गिरावट आ सकती है।
और अगर RSI ओवरसोल्ड दिखा रहा है, तो हम समझ जाते हैं कि अब तगड़ा उछाल आ सकता है।
यानि RSI हमें टाइम पर संकेत दे देता है कि कब खरीदें और कब बेचें।
RSI के फायदे और सीमाएं
फायदे:
- सरल और प्रभावी इंडिकेटर।
- शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म दोनों ट्रेडर्स के लिए उपयोगी।
सीमाएं:
- अचानक मार्केट क्रैश या तेजी में RSI गलत सिग्नल दे सकता है।
- इसे हमेशा अन्य इंडिकेटर्स (जैसे MACD, Moving Average) के साथ इस्तेमाल करना चाहिए।
यह भी जाने: टेक्निकल एनालिसिस क्या है?
❓ क्या RSI 100% सही होता है? (rsi kya hota hai)
नहीं! RSI भी कभी-कभी धोखा दे सकता है। कई बार RSI ओवरबॉट दिखाएगा लेकिन प्राइस और ऊपर चला जाएगा। या ओवरसोल्ड दिखाएगा और फिर भी गिरावट जारी रहेगी।
इसलिए RSI को सिर्फ इशारा समझो, फैसला सोच-समझकर लो।
यह भी जाने: ROE क्या होता है?
RSI (Relative Strength Index) कैसे लगाएं?
RSI एक बहुत ही पॉपुलर इंडिकेटर है, जो यह बताता है कि कोई स्टॉक या क्रिप्टो ओवरबॉट (बहुत ज्यादा खरीदा गया) या ओवरसोल्ड (बहुत ज्यादा बेचा गया) तो नहीं है।
⭐ TradingView पर RSI लगाने के स्टेप्स:
1️⃣ TradingView वेबसाइट खोलें
👉 https://www.tradingview.com/ पर जाएं।
2️⃣ चार्ट खोलें
👉 जिस स्टॉक, क्रिप्टो या इंडेक्स का एनालिसिस करना है, उसका नाम सर्च करके चार्ट खोलें।
3️⃣ Indicator जोड़ें
👉 चार्ट के ऊपर टूलबार में “Indicators” या “इंडिकेटर” ऑप्शन पर क्लिक करें।
4️⃣ Search Box में लिखें – RSI
👉 जैसे ही आप RSI लिखेंगे, आपको “Relative Strength Index” दिखेगा। उस पर क्लिक करें।
5️⃣ RSI अपने आप चार्ट में जुड़ जाएगा।
👉 नीचे एक अलग पैनल में RSI लाइन दिखने लगेगी।
6️⃣ RSI की सेटिंग चेक करें
👉 डिफॉल्ट सेटिंग्स:
- Length (Period): 14
- Overbought Level: 70
- Oversold Level: 30
(अगर चाहें तो सेटिंग्स में जाकर कलर, स्टाइल, और लेवल्स कस्टमाइज कर सकते हैं।)
निष्कर्ष: rsi kya hota hai
RSI न सिर्फ स्टॉक मार्केट की “पल्स” चेक करता है, बल्कि यह ट्रेडर्स को समझदार निर्णय लेने में मदद करता है। हालाँकि, इसे बिना समझे इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए, RSI को समझें, प्रैक्टिस करें, और फिर रिस्क मैनेजमेंट के साथ इन्वेस्ट करें!